अप्रैल तक मिलेगा गिरी नदी का पानी

शिमला : राजधानी की जनता को पर्याप्त पेयजल के लिए अभी और इंतजार करना होगा। जिस गिरी नदी से शिमला शहर को पानी मिलना है उसे आने में अभी और वक्त लगेगा। ऐसे में शहरवासियों को मौजूदा व्यवस्था से ही गुजारा करना होगा। गिरी नदी से अप्रैल माह तक पानी की सप्लाई होने की उम्मीद है। अभी इस प्रोजेक्ट की टेस्टिंग चल रही है और कुछ कार्य भी बचा है।

इस समय शिमला में लोगों की पानी की जरूरत 37 से 40 एमएलडी है और सभी पेयजल स्रोतों से 27 से 30 एमएलडी पानी मिलता है। इस कमी को मौजूदा पेयजल योजनाओं से पूरा करना मुश्किल हो रहा है। इस समय शिमला को दो मुख्य पेयजल स्रोत गुम्मा व अश्वनी खड्ड से सबसे ज्यादा पानी मिलता है। गुम्मा पेयजल स्रोत से 18 से 20 एमएलडी और अश्वनी खड्ड से 5 से 8 एमएलडी पानी मिलता है। इसके अलावा चुरहट और चेहड़ से पानी की सप्लाई होती है। शिमला में इन स्रोतों से पानी कमी पूरी नहीं हो रही है और इसे देखते हुए गिरी नदी से पानी लाने की योजना बनी। वहां से हर दिन 20 एमएलडी पानी मिलेगा।

पानी की कमी के कारण आज भी शहर के कई हिस्सों में लोगों को तीसरे दिन पानी मिलता है। इसमें ज्यादातर बाहरी इलाके शामिल हैं। ये वो इलाके हैं जो नगर निगम के चुनाव से पहले इसमें शामिल किए गए थे। राज्य सरकार ने शहर के लिए पानी की मांग को पूरा करने के लिए गिरी नदी से 68 करोड़ रुपये की परियोजना तैयार की थी और आज यह लगभग तैयार है। इस योजना का अधिकतर कार्य हो चुका है और अब टेस्टिंग हो रही है। बताते हैं कि इस परियोजना के बनने से शहर को हर दिन 20 एमएलडी पानी अतिरिक्त मिलेगा और इससे शिमला में वर्ष 2034 तक पानी की कमी नहीं रहेगी। इस पानी को लाने के लिए विभाग तैयारियों में हैं। दो चरणों की इस परियोजना के पहले चरण की टेस्टिंग हो रही है। बताते हैं कि इसकी 90 फीसदी टेस्टिंग हो गई है और बाकी चल रही है। दूसरे चरण की टेस्टिंग इसके बाद होगी। वहीं भेखलटी में पानी के स्टोरेज टैंक का भी निर्माण चल रहा है। विभाग का प्रयास इस योजना का कार्य इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने का है।

सिंचाई व जनस्वास्थ्य मंत्री रविन्दर सिंह रवि ने अपनी विभागीय समीक्षा बैठक में इस परियोजना को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे। रवि ने बताया कि शिमला के लिए गिरी नदी से अप्रैल माह तक पानी पहुंचाया जाएगा। इससे शहर में पानी की कमी दूर होगी और शहरवासियों को पर्याप्त पानी मिलेगा।

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