हिमालय क्षेत्र में भूकंप की चेतावनी

भारत और अमरीका के वैज्ञानिकों के एक दल ने हिमालय क्षेत्र में एक बड़ा भूकंप आने की चेतावनी दी है.
चिंता के विषय
•भारत और तिब्बत एक दूसरे की तरफ़ हर शताब्दी में दो सेंटीमीटर सरक रहे हैं
•इस प्रक्रिया से बनने वाला दबाव इकठ्ठा होता जा रहा है

वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालय क्षेत्र में आने वाले भूकंप से बांग्लादेश, भूटान, भारत और पाकिस्तान के कम से कम पांच करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं.
भारत में पिछले दशक पांच बड़े भूकंप आए. लेकिन भूवैज्ञानिकों को आशंका है कि सबसे भयानक भूकंप आना अभी बाकी है. यह भविष्यवाणी कई तरह के भौगोलिक प्रमाणों के आधार पर की गई है. हिमालय पर्वत शृंखला ऐसे स्थान पर है जहां पृथ्वी की दो परतें मिलती हैं.

पृथ्वी की गति
दूरसंवेदी उपकरणों से पता चला है कि भारत और तिब्बत एक दूसरे की तरफ़ प्रति वर्ष दो सेंटीमीटर की गति से सरक रहे हैं. इस प्रक्रिया से हिमालय क्षेत्र पर दबाव बढ़ रहा है. अमरीका के कॉलारॉडो विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर रॉजर बिलहैम के नेतृत्व वाले वैज्ञानिकों के एक दल का कहना है कि इस दबाव को कम करने का सिर्फ़ एक ही तरीक़ा है और वह है भूकंप. आज हिमालय में संभावित भूकंप की वजह से गंगा के मैदानों में रहने वाले अधिकतर कस्बों और गांवों को ख़तरा है
बिलहैम, गौर और मोलनर, साइंस पत्रिका के लेखक
इन वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले 200 वर्षों में हिमालय क्षेत्र में छह बड़े भूकंप आ चुके हैं.

साइंस पत्रिका में प्रकाशित इस लेख में कहा गया है कि "1950 में हिमालय क्षेत्र में आए भीषण भूकंप के बाद से भारत की आबादी दोगुनी हो गई है. गंगा के मैदान में शहरी आबादी 1905 में आए भूकंप के बाद से दस गुणा बढ़ चुकी है. उस वक़्त इमारतों के गिरने से साढ़े उन्नीस हज़ार लोग मरे थे. "आज हिमालय में संभावित भूकंप की वजह से गंगा के मैदानों में रहने वाले अधिकतर कस्बों और गांवों को ख़तरा है

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