दिल्ली में पानी में अमोनिया की अधिकता से जल संकट

नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा अधिक हो जाने से जलसंकट उत्पन्न हुआ है, जिसे जल्द से जल्द दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उधर दिल्ली जल बोर्ड ने कहा है कि पानी का संकट अभी दो दिन और बने रहने की संभावना है।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को यहां प्रगति मैदान में आयोजित 27वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में दिल्ली मंडप का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में यह बात कही।

यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा अधिक हो जाने से वजीराबाद और चन्द्रावल जल शोधन संयंत्रों को मंगलवार को बंद करना पड़ा था। इन संयंत्रों के बंद हो जाने से ग्रेटर कैलाश, डिफेंस कालोनी, साकेत, जंगपुरा, चांदनी चौक, सिविल लाइंस, पटेल नगर, साऊथ एक्सटेंशन और किंग्सवे कैंप के अलावा कई वीआईपी और वीवीआईपी इलाकों में भी पानी का संकट उत्पन्न हुआ है।

दीक्षित ने कहा कि पानी के संकट को दूर करने के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं और इसे जल्दी ही हल कर लिया जाएगा। उधर दिल्ली जल बोर्ड ने कहा है कि पानी का संकट अभी दो दिन और बना रहने की संभावना है। बोर्ड के पानी आपूर्ति सदस्य आर के गर्ग ने कहा कि वजीराबाद और चन्द्रावल जल संयंत्रों को यमुना से मिलने वाले पानी के मुहाने पर अमोनिया की मात्रा बढ़कर चार पीपीएम पर पहुंच गई है।

गर्ग ने कहा कि क्लोरीन के साथ पानी में अमोनिया की मात्रा को मात्र 0.3 पीपीएम ही शोधित किया जा सकता है। मजबूरन दोनों जल संयंत्रों को बंद करना पड़ा है, क्योंकि पानी में क्लोरीन का अधिक अंश होने से इस जल का सेवन करने वालों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।

बोर्ड ने हरियाणा प्रदूषण बोर्ड से राज्य से आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा को नियंत्रित करने का आग्रह किया है। पानी में अमोनिया की अधिक मात्रा का संकट पानीपत से शुरू हुआ है और इसे दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। गर्ग ने कहा कि हरियाणा से सामान्य तौर पर छोड़े जाने वाले पानी की तुलना में अधिक पानी जारी करने को कहा गया है, जिससे कि खतरनाक अमोनिया की मात्रा को बहाया जा सके। हरियाणा का इस पर रुख सकारात्मक है। उन्होंने बृहस्पतिवार शाम तक पानी की आपूर्ति सामान्य हो जाने की उम्मीद जताई है।

भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वाचल के लोगों के प्रमुख पर्व छठ के मौके पर पानी के इस घोर संकट के लिए शीला दीक्षित को प्रत्यक्ष तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे तुरंत इस्तीफे की मांग की है। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हर्ष वर्धन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीन दिन पहले ही घोषणा की थी कि छठ के अवसर पर दिल्ली में पानी की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। हरियाणा से अतिरिक्त जल मिलने का पक्का प्रबंधन किए जाने का भरोसा भी उन्होंने दिलाया था, किंतु इसके विपरीत दोनों जल संयंत्रों के बंद हो जाने से राजधानी की एक तिहाई जनता पानी के लिए तरस रही हैं। लोग पीने के पानी के लिए बोतल बंद पानी खरीद रहे हैं, किंतु खाना बनाने, नहाने, सफाई आदि के लिए पानी का घोर संकट है।

डा. हर्षवर्धन ने कहा कि अमोनिया मिश्रित पानी गुर्दे पर असर डालता है और इसमें क्लोरीन भी मिल जाए तो इससे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो जाती है। उन्होंने कहा कि अधिक अमोनिया वाले जल को हटाने में 24 घंटे लग जाएंगे। उसके बाद यदि हरियाणा ने साफ पानी छोड़ा तो उसे दिल्ली तक आने में तीन दिन लग जाएंगे। ऐसे में लोगों को पानी के इस संकट से तुरंत राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है।

Hindi India Water Portal

Issues