गंगा संस्कृति प्रवाह यात्रा के तहत शिवजी का जलाभिषेक

साहिबगंज। गंगा महासभा के तत्वाधान में गंगा संस्कृति प्रवाह यात्रा के तहत शुक्रवार को चौक बाजार डाकीनाथ महादेव मंदिर में गंगोत्री के जल से शिव जी का जलाभिषेक किया गया। इसके पूर्व गुरुवार को देर शाम शहर के रेलवे जेनरल इंस्टीच्यूट में गंगे मातरम् कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसे संबोधित करते हुए प्रसिद्ध विद्वान और चिंतक केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि नदियों में बांध के निर्माण से गंगा का बहाव कम हो रहा है जिसके गंभीर परिणाम हो सकते है। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार व विचारक सत्यनारायण मौर्य ने अपने विचारों व कला की अमिट छाप लोगों पर छोड़ी। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक जितेन्द्र जी सहित कई अन्य लोगों ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
गुरुवार को देर शाम रेलवे जेनरल इंस्टीच्यूट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोविंदाचार्य ने ग्लोवल वार्मिग को मानव समाज के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि धरती के बढ़ते ताप से हिमालय का बर्फ तेजी से पिघलेगा जिससे भविष्य में गंगा सहित अन्य नदियों में पानी की कमी हो जाएगी। उन्होंने डिहरी बांध परियोजना का विरोध करते हुए कहा कि इससे नदी का बहाव कम होगा नदी की गहराई कम होगा। जिससे नदियों के जीव जंतु के जीवन पर संकट उत्पन्न हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बांध के निर्माण से गंगा में गंदगी की मात्रा में भी बढ़ोत्तरी होती है। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुंबई से आये सत्यनारायण मौर्य ने पाश्चात्य सभ्यता संस्कृति पर कुठाराघात करते हुए कहा कि हम अपनी सभ्यता व संस्कृति को छोड़ पाश्चात्य सभ्यता के चकाचौंध में खो गये है। जिसके दुष्परिणाम हमारे आने वाली पीढ़ी को भुगतने पड़ेगे। आज हम अपने बच्चों को पूर्वजों से मिली संस्कार नही दे रहे। भारत विश्व का एक मात्र देश है जहां की माटी, नदी व पशु के साथ भी रिश्ता होता है। हम इसे माता कह कर संबोधित करते है। जो किसी दूसरे देश के साथ लागू नही होता। कार्यक्रम के दौरान श्री मौर्य ने विवेकानंद व गंगा माता की चंद मिनटों में आकर्षक तस्वीर बना लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। इस अवसर पर गंगे मातरम की गीत पर मां गंगा की आरती सहित कई भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बोरियो विधायक ताला मरांडी, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन राष्ट्रीय महामंत्री गंगा महासभा, आचार्य जितेन्द्र, अध्यक्ष राष्ट्रीय पानी मोर्चा, कमांडर एसडी सिंहा, डा. ऋतु राज कात्यायण, गंगा संस्कृति के प्रवाह यात्रा के संयोजक गोविंद शर्मा कमल भगत, शंकर साह, सुरेश बजाज, प्रदीप कुमार, सुनील खेतान, अशोक गुप्ता, सुरेश बजाज, मनोज पासवान, शंकर प्रसाद गुप्ता, शंकर दास, अशोक यादव, पवन सिंह, प्रमोद पाण्डेय, देवनंदन चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार सहित भारी संख्या में लोग व कार्यकर्ता शामिल थे विदित हो कि व्यवसायीकरण और प्रदूषण से मुक्ति के लिए यह यात्रा गंगा सागर से गंगोत्री तक जन चेतना जगाने का कार्य कर रही है।

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