तेजी से पिघल रहे है ग्लेशियर

नई दिल्ली। ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों से हिमालय के ग्लेशियर भी अछूते नहीं हैं और काफी तेज गति से पिघल रहे हैं। केन्द्रीय विज्ञान एवं तकनालॉजी मंत्री कपिल सिब्बल ने लोकसभा में यह जानकारी देते हुए बताया कि पवित्र गंगा नदी का उद्मम स्थल गंगोत्री ग्लेशियर सहित हिमालय क्षेत्र के अन्य ग्लेशियर प्रति वर्ष लगभग 83 फीट की गति से पिघल रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ग्लेशियरों के पिघलने की गति पर नजर रखे हुए हैं और वर्ष 1935 से इसका अध्ययन कर रहे हैं। सिब्बल ने बताया कि लगभग 30.2 किलोमीटर लंबे गंगोत्री ग्लेशियर का आकार तेजी से घट रहा है। उन्होंने कहा कि इसके पिघलने की गति में पिघले तीन दशकों के दौरान अपेक्षाकृत तेजी आई है।

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