तेज आवाज के साथ जमीन फटेगी

भूजल अत्यधिक दोहन की वजह से धरती खोखली हो जाती है, जिसकी वजह से फटती है

उत्तरप्रदेश में कौशाम्बी के सिराथू क्षेत्र में हुई अजीबोगरीब घटना में शुक्रवार को कई स्थानों पर तेज आवाज के साथ जमीन फटने से भूमि में काफी गहरी दरारें पड़ गई।सिराथू क्षेत्र के सौरई खुर्द, रूपनारायणपुर गोरियो, बम्हरौली तथा झंडापुर गाँव में शुक्रवार शाम साँय-साँय की आवाज के साथ जमीन में 100 से 200 मीटर लम्बी दरारें पड़ गई। ये दरारें करीब आधा फुट चौड़ी और लगभग 18 मीटर गहरी हैं। इस घटना से खौफजदा ग्रामीण इसे दैवीय आपदा मान रहे हैं और प्रशासन धरती फटने को गर्मियों के मौसम में होने वाली सामान्य प्रक्रिया बता रहा है।
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भूगर्भ शास्त्रियों ने धरती फटने के कारणों का अध्ययन करने के लिए आज प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके ग्रामीणों से पूछताछ की। अध्ययन दल ने पाया कि जमीन में पड़ी दरारें 18 मीटर तक गहरी थीं।
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भूगर्भ विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. धनेश्वर राय ने बताया कि सिराथू क्षेत्र में भूजल संसाधनों के अत्यधिक दोहन की वजह से धरती फट रही है। उन्होंने बताया कि सिराथू क्षेत्र में भूगर्भ जल की उपलब्धता के मुकाबले उसके इस्तेमाल का अनुपात काफी ज्यादा है और यह स्थिति बेहद खतरनाक है। भूगर्भ शास्त्रियों के दल ने रूपनारायणपुर तथा बम्हरौली गाँव में कुओं के जलस्तर की पैमाइश के दौरान पानी को जमीन की सतह से 18 मीटर नीचे पाया।
साभार- वेब दुनिया

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