पोर्टो अलेग्रे का पानी : सार्वजनिक और सबके लिए 3 -हेलिओ माल्ट्ज

सफल सार्वजनिक पानी
इन अनेक वर्षों के दौरान डी.एम.ए.ई. की सफलता में नागरिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विमर्शी परिषद का गठन 1961 में हुआ था। उसने डी.एम.ए.ई. पर निगरानी रखने में समाज के अनेक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया है और इसकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। विशेषकर सहभागिता बजट पर अमल डी.एम.ए.ई. को समाज के और करीब लाया तथा उसने सुविधा पर नियंत्रण में एक नया स्तर स्थापित किया। इसका कारण सिर्फ यही नहीं था कि यह वह बिंदु था जहां मांगें सुनी जाने लगी थीं बल्कि यह भी था कि प्रदान की गयी सेवाओं की गुणवत्ता की जांच करने में जनता भी शामिल होने लगी।

इसके साथ ही डी.एम.ए.ई. ने शहर में फैले अपने कार्यालयों के जरिये अपने उपभोक्ताओं से एक घनिष्ठ संबंध स्थापित किया। जनता की जिन बातों की सुनवाई होती थी उनमें यह भी शामिल था कि लोग बिल सम्बन्धी शिकायतें भी ला सकते थे और इन कार्यालयों में अपने बिल का आंशिक भुगतान कर सकते थे। यह निम्न आय वाले उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प है। वे टेलीफोन पर और एक वेबसाइट पर भी डी.एम.ए.ई. से संपर्क कर सकते हैं जहां उन्हें एक विफल सूचना भंडार उपलब्ध है। यहां यह भी देखा जा सकता है कि उनके यहाँ रख-रखाव सेवा कब होनी है, और वे यहां यह भी मालूम कर सकते हैं कि उन्होंने महीने भर में कितना पानी इस्तेमाल किया है।
हाल ही में पूरी दुनिया से चुने गये उन अनेक शहरों में पोर्टो अलेग्रे भी शामिल था जिनमें आगामी दस वर्षों में निवेश आकर्षित करने की जबर्दस्त क्षमता है। यह खबर इंग्लैंड की सलाहकार सेवा जोन्स लैंग लासाले द्वारा जारी की गयी अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट 'विश्व विजेता शहर' में प्रकाशित की गयी थी। उन्होंने 24 शहरों पर धयान केंद्रित किया था जिनमें से केवल एक -पोर्टो अलेग्रे- ब्राजील में था। 1 ब्राजील स्थित इसकी प्रवक्ता के अनुसार पोर्टो अलेग्रे का चयन इसलिए किया गया था क्योंकि आर्थिक रूप से विकसित होने के साथ ही सहभागी लोकतंत्र के लिए संदर्भ बिंदु के रूप में वहां जीवन की गुणवत्ता उत्कृष्ट है और कोई नया व्यापार शुरू करने के लिए वहां स्थितियां अच्छी हैं। यह समझना आसान है कि इस चयन पर एक सुसंचालित सार्वजनिक जल सुविधा का भी प्रभाव रहा ही होगा।
निजीकरण का खतरा एक प्रमुख बाधा रहा है जिसे डी.एम.ए.ई. को पार करना है। डी.एम.ए.ई. उन लोगों की दिलचस्पी का केंद्र है जो निजीकरण का समर्थन करते हैं। पोर्टो अलेग्रे में दस लाख से ज्यादा लोग रहते हैं और यह अकेली राजधानी है जिसके पास अब भी अपनी सार्वजनिक स्वामित्व वाली नागरिक सुविधा मौजूद है। यह बात इंटर अमेरिकन डेवलपमेंट बैंक (आई ए डी बी) के साथ कर्ज संबंधी वार्ता के दौरान सामने आयी। आई.ए.डी.बी. ने डी. एम.ए.ई. को कंपनी में बदल देने और उसे नगरपालिका से अलग कर देने का जोरदार प्रयास किया था। इसके पीछे का उद्देश्य साफ था -निजीकरण। लेकिन सेवा ने इस कोशिश का दृढ़तापूर्वक विरोध किया और कर्ज भी प्राप्त कर लिया। उसने दिखा दिया कि डी.एम.ए.ई. कितनी सम्मानित संस्था है।
निजीकरण एक स्थायी खतरा है और डी.एम.ए.ई. को अपना बचाव करते रहना है। जितना अधिशेष हम बचाते हैं, निगम (कारपोरेशन) उतना अधिशेष, संभवत: उससे ज्यादा भी, बचा सकते हैं क्योंकि उनके कोई सामाजिक सरोकार नहीं हैं। वे शुल्क भी बढ़ा सकते हैं। फिर वे यह धन मुनाफे के रूप में अपने मुख्य कार्यालयों को भेज सकते हैं। इसके बजाय हम इस अधिशेष को वापस जनता को लौटा देते हैं जिसने यह धान, जल और सफाई सेवाओं के लिए एक बेहतर बनाये गये बुनियादी ढांचे के लिए दिया था।
हमारा यह भी विश्वास है कि यदि सहभागिता बजट रोक दिया जाता है तो इससे सरकार और समाज के बीच सम्बन्ध का एक महत्वपूर्ण पक्ष जनता से छिन जायेगा जबकि जनता ने ही इसे नये धरातल पर प्रतिष्ठित किया है।
सार्वजनिक जल सुविधाएं वास्तव में संभव हैं और सामाजिक, वित्तीय तथा तकनीकी दृष्टि से निगमों की तुलना में बेहतर हो सकती हैं। अत: यह स्पष्ट है कि पूरे विश्व में सभी सफल और व्यावहारिक सार्वजनिक जल सुविधाओं को पानी के निजीकरण का दृढतापूर्वक विरोध करने के लिए एकजुट हो जाना चाहिए और उन्हें उन जल सुविधाओं को समर्थन और सहारा भी देना चाहिए जो उच्चतर मानक हासिल करने के लिए अब भी प्रयासरत हैं।

जल और स्वच्छता सेवाएं प्रदान करने के लिए बेहतर तरीका क्या है इस बात पर चर्चा करने के लिए पिछले कुछ वर्षों में दुनिया भर में अनेक सम्मेलन हुए हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि वह तो पोर्टो अलेग्रे में लंबे समय से चल ही रहा है। यह एक ऐसा माडल है जो

यदि प्राकृतिक संसाधनों, विधान और पैमाने सम्बन्धी क्षेत्रीय दशाओं के अनुसार अनुकूलित कर दिया जाये तो पूरी दुनिया में लागू किया जा सकता है।

हेलिओ माल्ट्ज जल और स्वच्छता के नगरीय विभाग
(दिपार्टमेंतो म्यूनिसिपल दे अगुवा ए एस्गोतोस-डी.एम.ए.ई.) से संबध्द हैं।

इस विभाग से http://www.dmae.rs.gov.br/ पर संपर्क किया जा सकता है।
“लेके रहेंगे अपना पानी” से पाठ0012...............
वेब प्रस्तुति- मीनाक्षी अरोड़ा
साभार-इंसाफ

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