बढ़ती गर्मी से आर्कटिक सागर के प्राचीन जलाशय सूखे

शिकागो। धरती के निरंतर बढ़ते तापमान के कारण आर्कटिक सागर के कुछ प्राचीन जलाशय भी अब सूखते जा रहे हैं। कनाडा के शोधकर्ताओं ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण आर्कटिक सागर के हजारों साल पुराने कुछ जलाशय सूखने लगे हैं और इसका असर यहां के जीवजंतुओं के जीवन चक्र पर भी पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि आंटेरियो के किंग्स्टन स्थित क्वींन्स विश्वविघालय के शोधकर्ताओं का दल उत्तरी कनाडा में आर्कटिक तट पर नूनावुत के एल्समेरा द्वीप के पूर्वी तट पर स्थित केप हर्सेल इलाके में मौजूद इन जलाशयों पर पिछले 24 साल से नजर रखे हुए है। दल के प्रमुख मेरियाने डगलस ने बताया कि पिछले साल इन जलाशयों का दौरा करने पर पता चला कि इनमें से कुछ जलाशय सूख चुके हैं या सूखना शुरू हो गए है।
डगलस ने बताया कि कुछ जलाशय तो छह हजार साल पुराने हैं और इनको सूखते देख पूरा दल आश्चर्यचकित रह गया। उन्होंने बताया कि इतने कम समय में इन जलाशयों का सूखना वास्तव में न सिर्फ आश्चर्य की बात है बल्कि इससे ग्लोबल वार्मिंग के त्वरित असर का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। यह दल पिछले वर्ष जुलाई के शुरू में इस इलाके में गया था। (एजेंसी)

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